L&T Technology Services (LTTS) क्या है? कंपनी के बारे अधिक जानें-

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज लिमिटेड भारत स्थित बहुराष्ट्रीय इंजीनियरिंग एंड रिसर्च एंड डेव्लपमेंट (ER&D) कंपनी है, यह मूल कंपनी लार्सन एंड टुब्रो समूह (L&T) की एक सहायक कंपनी है, जो अपने ग्राहको को प्रॉडक्ट और प्रोसैस डेव्लपमेंट जीवन चक्र में परामर्श, डेव्लपमेंट, डिज़ाइन और परीक्षण सहित व्यापक टेक्नॉलॉजी इंजीनियरिंग सेवाएँ प्रदान करता है,

यह टेक्नॉलॉजी कंपनी इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस, एम्बेडेड सिस्टम्स, मशीन लर्निंग, एनालिटिक्स आदि जैसे नवीन टेक्नोलोजियों पर अपनी विशेषज्ञता के आधार पर ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, स्वास्थ्य देखभाल, सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट और प्लेटफॉर्म और दूरसंचार सहित विभिन्न उद्दोगों को इंजीनियरिंग समाधान, प्रॉडक्ट डिज़ाइन, डिजिटल परिवर्तन और परामर्श सहित व्यापक इंजीनियरिंग सेवाएँ प्रदान करता है,  

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज को संगठनों और कंपनियों के किसी भी प्रॉडक्ट की शुरुआती डिज़ाइन से लेकर बनाने और उसका प्रबंधन करने की अपनी डिजिटल इंजीनियरिंग सेवा के लिए जाना जाता है,   

2023 में एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज वार्षिक आय के आधार 56,209 करोड़ रुपये के साथ TCS, Infosys, HCLTech, Wipro, Tech Mahindra, LTIMindtree, Oracle Fin. Serv. Software, Persistent Systems के बाद भारत की 9वीं सबसे ज्यादा कमाने वाला टेक्नॉलॉजी कंपनी रही है,

दुनियाभर में अपने व्यवसाय परिचालन का संचालन करने के लिए इस कंपनी के पास 31 दिसंबर 2023 के रिपोर्ट के अनुसार 28 वैश्विक बिक्री कार्यालयों, 22 वैश्विक डिज़ाइन केन्द्रों और 105 नवाचार प्रयोगशालाएं है,

LTTS संक्षिप्त में-

LTTS का मुख्यालय कहाँ है?

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज का मुख्यालय गुजरात के प्रमुख शहर वड़ोदरा में है, यह मुख्यालय L&T समूह के कई प्रमुख व्यवसायों का केंद्र एल&टी नॉलेज सिटी में स्थित है, एल&टी का नॉलेज सिटी परिसर वड़ोदरा में 1,25,419 वर्ग मीटर में फैला हुआ है,

मुख्यालय और पंजीकृत कार्यालय का पता है-

LTTS की स्थापना कब हुई थी?

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज की स्थापना 14 जून 2012 को हुई थी, इसकी स्थापना मुंबई में कंपनी अधिनियम 1956 के तहत एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में हुई थी, जिसके बाद 20 जून 2012 को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) द्वारा इस नवनिर्मित LTTS को अपना व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ, इस कंपनी की स्थापना होने से पहले इसके मूल कंपनी L&T Limited संयुक्त रूप से अलग-अलग शाखाओं के रूप में कई उद्दोग क्षेत्र का व्यवसाय कर रहा था, इनमें से एक डिजिटल इंजीनियरिंग सेवाओं का व्यवसाय था, जो 2006 में एल&टी के इंजीनियरिंग शाखा ‘इंटीग्रटेड इंजीनियरिंग सर्विसेज’ के रूप में शामिल हुआ था, जिसे 2013-14 में इस स्वतंत्र सहायक कंपनी एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज में विलय कर दिया गया था,

LTTS की स्थापना किसने की थी?

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज की स्थापना, वर्तमान संस्थापक अध्यक्ष अनिलकुमार मनीभाई नायक के अध्यक्षता में की गई थी, मूल कंपनी L&T, पूर्व में जब एक ही नाम और सीमित कंपनी प्रमुखों के साथ कंपनी चला रहा था, तब कंपनी के अध्यक्ष ए. एम. नायक ने 2011 में कंपनी के विभिन्न व्यवसाय शाखाओं को अलग-अलग स्वतंत्र सहायक कंपनी के रूप में लाने के लिए अध्यक्षता की थी,

LTTS का मालिक कौन है?

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज लिमिटेड का मालिक उनका मूल कंपनी और प्रमॉटर ‘लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड’ (L&T) है, क्योंकि L&T अपने सहायक कंपनी LTTS में सबसे ज्यादा 73.69% (जून 2024) बहुमत हिस्सेदारी का शेयरधारिता है, और क्योंकि यह कंपनी पूर्व में मूल कंपनी L&T के कई व्यावसायिक इकाइयों से निकला हुआ एक स्वतंत्र सहायक कंपनी है,

LTTS का सीईओ कौन है?

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज लिमिटेड का सीईओ और एमडी अमित चड्ढा है, जिन्होने इस कंपनी को पहली बार 2009 में अमेरिका के बिजनेस प्रमुख के रूप जॉइन किया था, और कंपनी की कार्यकारी प्रबंधन टीम के सदस्य भी रहे है, सीईओ और एमडी पद पर नियुक्त होने से पहले अमित कंपनी के डिप्टी सीईओ के रूप में कार्यरत थे, और पूर्णकालिक बोर्ड सदस्य थे, अमित को एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ और एमडी पद पर 1 अप्रैल 2021 को नियुक्त किया गया था,

LTTS का फुल फॉर्म क्या है?

LTTS का पूरा नाम ‘लार्सन एंड टुब्रो टेक्नॉलॉजी सर्विसेज’ है, इससे पता चलता है कि यह कंपनी भारतीय स्थित बहुराष्ट्रीय बहू-उद्दोग कंपनी ‘लार्सन एंड टुब्रो’ (L&T Ltd.) की सहायक कंपनी है,

LTTS का पुराना नाम क्या है?

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज का पुराना नाम ‘एल&टी टेक्नॉलॉजी एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज कंपनी लिमिटेड’ है, यह नाम कंपनी को स्थापना के समय (14 जून 2012) दिया गया था, स्थापना के 34 दिन बाद 19 जुलाई 2012 को कंपनी के एक EGM बैठक में शेयरधारकों द्वारा पारित एक विशेष प्रस्ताव के बाद कंपनी को ‘एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज लिमिटेड’ में बदल दिया गया था, जिसके बाद RoC द्वारा कंपनी को निगमन का नया प्रमाण पत्र 25 जुलाई 2012 को प्राप्त हुआ था, हालांकि सही मायने में यह कंपनी L&T के पुराने इंजीनियरिंग व्यवसाय शाखा ‘एल&टी इंटीग्रटेड इंजीनियरिंग सर्विसेज’ (L&T IES) से प्रेरित है,

LTTS का आय (Revenue)-

नीचे दिये गए LTTS का वार्षिक आय है, जिसे भारतीय करोड़ राशि में दिया गया है-

LTTS किस प्रकार का कंपनी है?

ल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज एक सार्वजनिक सूचीबद्ध कंपनी है, जो भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज BSE और NSE पर लिसटेड है, इस कंपनी का IPO पहली बार 12 सितंबर 2016 को खुला था, और 15 सितंबर 2012 को बंद हुआ था, जिसके बाद 23 सितंबर 2016 को एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज पर पहली बार सूचीबद्ध हुआ था, यह कंपनी NSE पर LTTS और BSE पर 540115 के स्टॉक प्रतीक के तहत भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज में कारोबार करता है,

LTTS का हिस्सेदारी पैटर्न-

दिसंबर 2024 के अनुसार LTTS का सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उनके मूल कंपनी और प्रमॉटर L&T के पास है, कंपनी का हिस्सेदारी पैटर्न नीचे इस प्रकार है-

जून 2024 तक एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज के प्रमॉटर के रूप में इकलौता उनके मूल कंपनी ‘लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड’ है, जिनके पास कंपनी का 77,986,899 बहुमत शेयर है, जिससे उनका हिस्सेदारी 73.66 प्रतिशत बनता है,

LTTS क्या काम करता है?

ल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, एम्बेडेड सिस्टम्स, सेमीकंडक्टर, विनिर्माण, स्वास्थ्य देखभाल और दूरसंचार सहित विभिन्न उद्दोगों में जटिल तकनीकी चुनौतियों का समाधान, नये प्रॉडक्ट का विकास और प्रक्रियाओं में सुधार करता है, या ग्राहकों की इंजीनियरिंग आवश्यकताओं, परियोजनाओं और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संसाधन और तकनीकी सहायता प्रदान करता है,

ल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज अपने इंजीनियरिंग सेवा में पहले अपने ग्राहकों के आवश्यकताओं को एकत्र करने के लिए उनसे परामर्श करता है, आवश्यकता एकत्र करने के बाद कंपनी प्रॉडक्ट डिज़ाइन, सॉफ्टवेयर डेव्लपमेंट, प्रक्रिया अनुकूलन या सिस्टम एकीकरण जैसे डिज़ाइन और डेव्लपमेंट कार्य शुरू करता है, फिर जब प्रोजेक्ट अंतिम चरण पर होता है, तो कंपनी ग्राहकों को सम्पूर्ण गुणवत्ता आश्वासन दिलाने के लिए परीक्षण करता है, एक बार जब ग्राहकों के प्रोजेक्ट या समाधान का परीक्षण और अनुमोदन हो जाता है, तो इसे ग्राहक के आवश्यकताओं के अनुसार तैनात किया जाता है, और फिर ग्राहकों को परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से उपयोग और रखरखाव के लिए प्रशिक्षण और सहायता प्रदान किया जाता है,

सेवाएँ-

यह कंपनी इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और एम्बेडेड सिस्टम्स में अपनी विशेषज्ञता रखता है और ग्राहकों को उनके प्रॉडक्टों और सेवाओं को बढ़ाने में मदद करने के लिए व्यापक इंजीनियरिंग सेवाएँ पेश करता है-

  • डिजिटल इंजीनियारिंग और परामर्श-

आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा, प्रॉडक्ट परामर्श, गहन अनुभव परिवर्तन, 5G कनेक्टिविटी, टिकाऊ इंजीनियरिंग, इंडस्ट्री 4.0

  • प्रॉडक्ट इंजीनियारिंग-

सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, एम्बेडेड इंजीनियरिंग, परीक्षण और मान्यकरण, मैकानिकल डिज़ाइन

  • विनिर्माण इंजीनियारिंग

स्मार्ट विनिर्माण, सप्लाई चैन इंजीनियरिंग, विनिर्माण और योजना, विनिर्माण निष्पादन

  • प्लांट इंजीनियरिंग-

इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण प्रबंधन, परिचालन उत्कृष्टता, प्लांट जीविका एवं प्रबंधन, मटिरियल और पार्ट्स प्रबंधन, विनियामक अनुपालन इंजीनियरिंग

सेवा क्षेत्र

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज के सेवाएँ कई उद्दोग क्षेत्र में फैला हुआ है, उसमें से कुछ इस प्रकार है-

  • सेमीकंडक्टर
  • तेल और गैस
  • परिवहन
  • सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट्स और प्लेटफॉर्म
  • स्वास्थ्य देखभाल
  • उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स
  • दूरसंचार
  • मेडिकल डिवाइस और जीव विज्ञान
  • प्लांट इंजीनियरिंग
  • इंडस्ट्रियल प्रॉडक्ट्स
  • सार्वजनिक बुनियादी ढाँचा और स्मार्ट शहर
  • मीडिया और मनोरंजन

LTTS द्वारा अधिग्रहण की गई कंपनियाँ-

कंपनी द्वारा अधिग्रहण की गई कंपनियों में से कुछ नीचे दिया गया है, उनमें से कुछ वर्तमान में LTTS में विलय हो गया है या सहायक कंपनी के रूप में कार्य कर रहा है-

LTTS के सहायक कंपनियाँ-

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज लिमिटेड के कुछ प्रमुख सहायक कंपनियाँ इस प्रकार है, इनमें से कुछ भारत में स्थित है और कुछ बाहर देशों में स्थित है –

LTTS का इतिहास-

प्रारम्भिक वर्ष-

L&T Technologies Services को आरंभ करने का रोडमैप वर्ष 2006 से ही शुरू हो गया था, क्योंकि इसी वर्ष से ही भारतीय स्थित बहुराष्ट्रीय बहू-उद्दोग कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (L&T Ltd.) डिजिटल इंजीनियरिंग सेवा अपने इंजीनियरिंग शाखा L&T Integrated Engineering Services (IES) से प्रदान कर रहा था, 4 जून 2011 को चेयरमैन ए. एम. नाइक द्वारा मूल कंपनी एल&टी की व्यवसाय इकाइयों को नौ अलग-अलग कंपनियों में विभाजित करने और भविष्य में एल&टी की सहायक कंपनी के रूप में काम करने कि घोषण की गयी,

एल&टी द्वारा अपने विभिन्न व्यावसायिक इकाइयों को अलग-अलग स्वतंत्र सहायक कंपनी बनाने की घोषणा के बाद कंपनी ने इंजीनियरिंग सेवाओं के लिए 14 जून 2012 को L&T Technology and Engineering Services Company Limited को स्थापित किया, जिसके 6 दिन बाद 20 जून 2012 को एल&टी के इस सहायक कंपनी को व्यवसाय शुरू करने का प्रमाण पत्र RoC से प्राप्त हुआ, फिर 19 जुलाई 2012 को कंपनी के शेयरधारकों द्वारा एक असाधारण आम बैठक (EGM) आयोजित किया गया, जिसमें पारित एक विशेष प्रस्ताव के अनुसार कंपनी के नाम को ‘एल&टी टेक्नोलोजी एंड इंजीनियरिंग सर्विसेज कंपनी लिमिटेड’ से ‘L&T Technology Service Limited में बदल दिया गया, नाम परिवर्तन परिणामस्वरूप 25 जुलाई 2012 को कंपनी को RoC द्वारा निगमन का एक नया प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ,

एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव और रेलवे उद्दोगों के ग्राहकों को परीक्षण सेवा प्रदान करने के लिए कंपनी ने 30 नवंबर 2012 को जर्मनी स्थित एयरोस्पेस उद्दोगों को सेवा प्रदान करने वाली कंपनी TechSAT GmbH के साथ दीर्घकालिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किया,

2013-14

1 फरवरी 2013 को एल&टी टेक्नोलोजी सर्विसेस और ऑटोमोबाइल सुरक्षा प्रॉडक्ट बनाने वाली जापान की कंपनी Takata Corporation ने मिलकर चेन्नई, भारत में ‘ग्लोबल इंजीनियरिंग सर्विस सेंटर’ (GESC) की स्थापना की,

एल&टी के इंजीनियरिंग शाखा Integrated Engineering Services (IES) ने जापान की ऑटोमोटिव पार्ट्स निर्माता Calsonic Kansei कंपनी के साथ 8 मार्च 2013 को साझेदारी करके चेन्नई में ऑफशोर डेव्लपमेंट सेंटर ‘Calsonic Kansei Engineering Centre India-L&T (CECI-L&T) का उदघाटन किया,

28 नवंबर 2013 को एल&टी टेक्नोलोजी सर्विसेज ने जर्मन बहुराष्ट्रीय दवा और बायोटेक्नोलोजी कंपनी Bayer AG के भीतर विश्वव्यापी पूंजीगत व्यय (CapEx) परियोजनाओं के कुशल कार्यान्वयन के समर्थन के लिए Bayer AG के Bayer Technology Services के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया,

उपयोगिताओं और स्मार्ट ऊर्जा क्षेत्र में अपने वैश्विक ग्राहकों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के लिए एक विस्तृत और एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करने के लिए 28 जनवरी 2014 को कंपनी ने Proximetry Inc. के साथ साझेदारी की,

हवाई जहाज उपकरण (एवियोनिक्स) कारोबार बढ़ाने के उद्देश्य से कंपनी ने 26 जून 2014 को एयरोस्पेस और रक्षा उपकरण निर्माता Thales के भारत स्थित सहायक कंपनी Thales Software India Pvt. Ltd. में 74% इक्विटि हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया,

15 जुलाई 2014 को एम्स्टर्डैम स्थित डच कंपनी Akzo Nobel N.V. ने इंजीनियरिंग दक्षता बढ़ाने और अपने पुंजीगत व्यय को कम करने के लिए तकनीकी सेवाएँ प्रदान करने के लिए ‘एल&टी टेक्नोलोजी सर्विसेज’ को चुना,

2013-14 में एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज ने अपने मूल कंपनी एल&टी के अन्य सहायक कंपनी इन्फोटेक लिमिटेड से जर्मनी के एक इकाई को छोड़के प्रॉडक्ट इंजीनियरिंग सर्विस (PES) बिजनेस का अधिग्रहण किया, फिर कंपनी ने एल&टी इन्फोटेक के जर्मनी इकाई L&T Infotech GmbH में PES बिजनेस का भी अधिग्रहण कर लिया और अपने मूल कंपनी L&T के इंजीनियरिंग शाखा Integrated Engineering Service (IES) बिजनेस का भी अधिग्रहण कर लिया,

21 नवंबर 2014 को कंपनी ने अमेरिका स्थित अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी LTTS LLC के माध्यम से Dell Inc. के इंजीनियरिंग सर्विसेज प्रभाग की संपत्ति का अधिग्रहण पूरा कर लिया,

2015-

अमेरिकी वैश्विक खाद्य निगम Cargill, Incorporated को सुरक्षा, संरक्षण और स्थिरता लाने में मदद करने के लिए कंपनी ने कारगिल के साथ वैश्विक संबद्धों का विस्तार के इरादे से 26 मार्च 2015 को 3 साल के सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किया, हालांकि एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज, कारगिल को 2012 से अपनी इंजीनियरिंग सेवा दे रहे थे,

14 अप्रैल 2015 को कंपनी ने एंटरप्राइज़ सॉफ्टवेयर कंपनी Infor के साथ एक गठबंधन साझेदारी की, जिसमे वह इंफोर पार्टनर नेटवर्क (IPN) के हिस्से के रूप में Infor ION और Infor Business Intelligence (BI) सहित कई Infor एप्लिकेशनों के लिए पूरे एशिया में ग्राहकों को एकीकरण, कार्यान्वयन और रखरखाव प्रदान करेगी,

इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के लिए प्रॉडक्ट और सेवाएँ विकसित करने वाले ग्राहकों को व्यापक समाधान प्रदान करने के लिए, 22 अप्रैल 2015 को एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज और बहुराष्ट्रीय वायरलेस संचार उपकरण डिज़ाइनर, निर्माता और सेवा प्रदाता कंपनी Sierra Wireless, Inc. दोनों एक आपसी रणनीतिक सहयोग समझौता किया, 

6 नवंबर 2015 को एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज और सिस्को ने बेंगलुरु के ‘मान्यता टेक पार्क’ में एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज परिसर में ग्लोबल इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) समाधान केंद्र का उद्घाटन किया,

2016-

एल&टी टेक्नॉलॉजी सर्विसेज ने जापान ऑटोमोटिव पार्ट्स निर्माता Calsonic Kansei के लिए चेन्नई में एक अत्याधुनिक सामग्री परीक्षण केंद्र को स्थापित किया, और 16 फरवरी 2016 को इसका उद्घाटन करते हुये Calsonic Kansei के साथ अपने 4 साल की साझेदारी को गहरा किया, ये दोनों कंपनी पहली 8 मार्च 2013 को साझेदारी किया था, जिसमें कंपनी ने Calsonic के लिए चेन्नई में ही एक विकास केंद्र को लॉंच किया था,

21 मार्च 2016 को भारत की आईटी पत्रिका Dataquest द्वारा LTTS को प्रमुख व्यावसायिक कार्यों में डेटा एनालिटिक्स के लिए रोडमैप को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए एनालिटिक्स श्रेणी में प्रतिष्ठित डेटाक्वेस्ट बिजनेस टेक्नॉलॉजी अवार्ड प्राप्त हुआ,

ऊर्जा, परिवहन और बीमा बाज़ारों में उद्दमों को इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) के लिए कनेक्टिविटी, एनालिटिक्स, आसान बिलिंग और मुद्रीकरण को सक्षम करने के लिए एक सम्पूर्ण आर्किटैक्चर की पेशकश के लिए 17 जून 2016 को LTTS ने वास्तविक समय मुद्रीकरण समाधान के अग्रणी प्रदाता Redknee Solutions Inc. के साथ साझेदारी की,

29 जुलाई 2016 को कंपनी ने अपने उद्दोग डिजिटल इंजीनियरिंग समाधान पर गहन डोमैन विशेषज्ञता हासिल करने के लिए डब्लीन, ओहायो, यूएसए में अपना एक नया इंजीनियरिंग सेंटर ऑफ एक्सलेन्स लॉंच किया,

12 सितंबर 2016 को LTTS ने नेशनल स्टॉक एक्स्चेंज ऑफ इंडिया (NSE) में अपनी शुरुआती सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की पेशकश की, फिर 23 दिसंबर 2016 को भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज पर सूचीबद्ध हुआ था, जिससे यह सार्वजनिक होने वाली L&T Infotech के बाद दूसरी L&T सहायक कंपनी बनी, 

6 अक्तूबर 2016 को कंपनी ने विभिन्न उद्दोगों को माइक्रोसॉफ़्ट एज्योर इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करने माइक्रोसॉफ़्ट कार्पोरेशन के साथ डिजिटल इंजीनियरिंग ट्रांसफॉर्मेशन साझेदारी की, जिसमें वह ‘इंटीग्रटेड बिल्डिंग एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम्स’ (iBEMS) फ्रेमवर्क को माइक्रोसॉफ़्ट के Azure क्लाउड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराएगी, जिससे कार्बन नकारात्मक पदचिन्ह को सक्षम बनाकर 40% तक ऊर्जा खपत को बजाया जा सकता है,

19 अक्तूबर 2016 को LTTS ने कंपनी का नाम उजागर किए बिना घोषणा किया कि उन्होने एक बड़ी वैश्विक सेमी-कंडक्टर कंपनी के साथ कई मिलियन डॉलर में एक बहुवर्षीय रणनीतिक अनुबंधन किया है,

नैनो टेक्नॉलॉजी पर आधारित सेंसर और ऊर्जा कुशल प्रणालियों के क्षेत्र में नवाचार लाने के लिए संयुक्त रूप से काम करने के लिए LTTS ने 29 नवंबर 2016 को सेंटर फॉर नैनो साइन्स एंड इंजीनियरिंग (CeNSE) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइन्स (IISc), बैंगलोर के साथ साझेदारी की,

2017-

अपने पिछले वर्ष 2016 से 3.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कंपनी ने वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में 810 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया,

LTTS के कार्यालयें और विकास केंद्र

वर्तमान में यह कंपनी भारत के अलावा कुल 24 देशों से अपना परिचालन कर रहा है, जिनसे उनका कुल 51 कार्यालयें दुनियाभर में उपस्थित है,

  1. भारत– वड़ोदरा, बेंगलुरु, पुणे, मैसूर, मुंबई, ठाणे, चेन्नई, हैदराबाद
  2. सिंगापुर,
  3. जापान-टोक्यो ,
  4. कोरिया– ग्योंगगी,
  5. मलेशिया – सेलांगोर दारुल एहसान,
  6. ताइवान– ताइपेई,
  7. संयुक्त अरब अमीरात– आबु धाबी,
  8. सऊदी अरब– अल जुबाइल,
  9. चाइना– शंघाई,
  10. ऑस्ट्रेलिया– विक्टोरिया,
  11. संयुक्त राज्य अमेरिका – कैलिफोर्निया, कनेक्टिकट, पियोरिया, रॉकफ़ोर्ड, बेट्टेंडोर्फ, न्यू जर्सी, ओहायो, टेक्सास,
  12. कनाडा– मिस्सीस्सौगा, टोरोंटो,
  13. यूनाइटेड किंगडम– लंदन
  14. जर्मनी- फ़्रंकफ़र्ट, हैमबर्ग, लेपजिग, म्यूनिख
  15. बेल्जियम– ब्रुसेल्स,
  16. डेनमार्क– कोपेनहैगेन,
  17. फ़िनलैंड– इस्पू,
  18. फ़्रांस– न्यूली-सुर-सीन,
  19. इजराइल– जेरूसलेम, तेल-अविव,
  20. इटली– मिलान,
  21. नीदरलैंड्स-एम्स्टर्डैम, इंडोवेन, जुईड होलैंड,
  22. नॉर्वे– बेरुम,
  23. पोलैंड– क्रकोव, वार्सजवा,
  24. स्वीडन– गोथेनबर्ग
  25. दक्षिण अफ्रीका– जोहांसबर्ग
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