Datamatics कंपनी के बारे अधिक जानें-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड भारत की एक बहुराष्ट्रीय आईटी सेवाएँ प्रदाता कंपनी है, जो उद्दमियों को उनकी उत्पादकता, ग्राहक अनुभव और प्रतिस्पर्धी लाभ को बढ़ावा देने के लिए उनको सक्षम बनाता है,

डेटामेटिक्स कंपनी बैंकिंग, वित्तीय सेवा, बीमा, स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण, मीडिया, आदि जैसे विभिन्न प्रकार के उद्योगो को अपनी सेवाएँ प्रदान करता है, कंपनी की व्यावसायिक पोर्टफोलियो मे डिजिटल टेक्नोलॉजी, डिजिटल ऑपरेशन और डिजिटल एक्सपीरियंस ये तीन स्तम्भ शामिल है, जिससे कंपनी व्यावसाय करती है,

कंपनी की व्यावसायिक गतिविधि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस इन चार देशों के आलवा और चार महाद्वीप तक फैला हुआ है,

चलिये आगे जानते है डेटामेटिक्स ग्लोबल सर्विसेस लिमिटेड के बारे मे विस्तार से –

डेटामैटिक्स का मुख्यालय कहाँ है?

डेटामैटिक्स ग्लोबल सेर्विसेज का मुख्यालय महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी मुंबई के पश्चिमी अंधेरी उपनगर में स्थित नॉलेज सेंटर में है, इसका पता है-

पंजीकृत कार्यालय-

डेटामैटिक्स की स्थापना कब हुई थी?

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड की स्थापना वर्ष 1975 में हुई थी, जिसे 3 नवंबर 1987 को एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में निगमित किया गया था, 14 जनवरी 1999 को आयोजित कंपनी के शेयरधारकों की असाधारण आम बैठक (EGM) में पारित एक विशेष प्रस्ताव के अनुसार कंपनी को एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया, जिसके बाद कंपनी अधिनियम 1956 में धारा 43A के प्रावधानों के अनुसार 27 दिसंबर 1999 को यह कंपनी एक सार्वजनिक कंपनी बन गई, जिससे यह ‘डेटामैटिक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड’ हो गया, और 13 जनवरी 2000 को RoC द्वारा इस नए सार्वजनिक कंपनी को निगमन का एक नया प्रमाण पत्र जारी किया गया था,

डेटामैटिक्स की स्थापना किसने की थी?

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड की स्थापना डॉ. ललित सुरजमल कनोडिया ने की थी, जिन्होने 1967 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की स्थापना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, उनकी पत्नी श्रीमति डॉ. आशा एल. कनोडिया भी डॉ. ललित कनोडिया के साथ कंपनी के प्रमॉटर के रूप डेटामैटिक्स के निगमन की प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका निभाई थी,

डेटामैटिक्स के संस्थापक कौन है?

डेटामैटिक्स के संस्थापक डॉ. ललित एस. कनोडिया है, जो डेटामैटिक्स समूह की कंपनियों के अध्यक्ष है, और एक भारतीय व्यापार उद्दमि भी है, ललित कनोडिया ने ‘मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी’ (MIT) से डॉक्टरेट की पढ़ाई की थी और वर्तमान में वह MIT (यूरोप, एशिया और अफ्रीका) के कार्यकारी बोर्ड में शामिल है, और अपने जीवनकाल के दौरान डॉ. कनोडिया कई सारे पुरस्कारों से सम्मानित है,

डॉ. ललित कनोडिया 2015 से 2016 तक ‘इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स’ और 2017 से 2018 तक ‘आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ के अध्यक्ष रह चुके है, और 2016 से 2017 तक ‘आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ के उपाध्यक्ष भी रह चुके है, 2002 से 2014 तक वह चिली सरकार द्वारा मुंबई, भारत में चिली के मानद महावाणिज्यदूत भी रहे थे,

इसके अलावा वह पूर्व में विभिन्न उद्दोग संघों में कई प्रतिष्ठित पदों पर कार्य किया है, जिसमें ‘मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स एसोशिएशन ऑफ इंडिया’ (अब ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स ऑफ इंडिया’) के अध्यक्ष; भारत में आईटी-बीपीओ उद्दोग की शीर्ष संस्था NASSCOM के कार्यकारी सदस्य: भारत सरकार के ‘इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्प्युटर सॉफ्टवेयर’ विभाग के पश्चिमी क्षेत्र परिचालन के अध्यक्ष, इतना ही नहीं वह कई बड़े समूहों के निदेशक मण्डल में भी रहे है, 

ललित कनोडिया ने अपनी बचपन की पढ़ाई मुंबई के Bombay Scottish School से की है, उन्होने 2 साल तक Elphinstone college, Bombay University से विज्ञान की पढ़ाई की है, इसके बाद वह आईआईटी, बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, 1963 में मैकिनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक होने के बाद कनोडिया MIT, Cambridge में MA में प्रवेश प्राप्त किया,

1963 में आईआईटी, बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक होने के बाद ललित कनोडिया एमए करने के लिए यूएसए के एमआईटी, कैम्ब्रिज चले गए, फिर 1965 में स्नातक कक्षा में उच्चतम ग्रेड के साथ ‘मास्टर इन मैनेजमेंट’ (MS in Mangement) पूरा कर लिया, इसी वर्ष के दौरान टाटा ग्रुप के तत्कालीन अध्यक्ष जेआरडी टाटा एक सॉफ्टवेयर कंपनी शुरू करने पर विचार कर रहा था, जिसके बाद जेआरडी टाटा ने ललित कनोडिया से टाटा समूह के भीतर कंप्युटरीकरण की व्यवहार्यता का अध्ययन करने को कहा, फिर कनोडिया ने टाटा समूह को तीन पेपर लिखे, जिसमें में उन्होने एक सॉफ्टवेयर विकास केंद्र का गठन, बिजली बिलिंग प्रणाली का कंप्यूटरीकरण और वेस्टिंगहाउस द्वारा टाटा इलेक्ट्रिक कंपनियों के लोड डिस्पैच सिस्टम का स्वचालन का जिक्र किया था, इसके बाद कनोडिया 1966 में ‘मैनेजमेंट’ में पीएचडी के लिए एमआईटी चले गए, इसके एक साल बाद 1967 में पीएचडी पूरा करने के बाद और टाटा समूह के लिए सॉफ्टवेयर विकास केंद्र बनाने और उसका नेतृत्व करने के लिए भारत लौट आए और 1967 में टाटा कम्प्युटर सेंटर (अब TCS) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई,

डेटामैटिक्स का सीईओ कौन है?

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड का वर्तमान सीईओ राहुल ललित कनोडिया है, इसके अलावा वह कंपनी के उपाध्यक्ष भी है, राहुल कनोडिया मार्च 2007 से इस कंपनी से जुड़े हुए है, जिसे 28 सितंबर 2007 को इस कंपनी के डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया था, राहुल के नेतृत्व में 2023 में फोर्ब्स पत्रिका द्वारा डेटामैटिक्स को ‘एशिया की सबसे अच्छी अंडर ए बिलियन कंपनी’ का मान्यता प्राप्त हुआ है,

राहुल कनोडिया को 22 फरवरी 2012 से पाँच साल की अवधि के लिए कंपनी के उपाध्यक्ष और सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप उनका कार्यकाल 21 फरवरी 2017 को समाप्त हो गया था, अपने इस कार्यकाल के दौरान कंपनी को मुनाफे और बेहतर बनाने के उनके कदम के मद्देनजर डेटामैटिक्स के निदेशक मण्डल और नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफ़ारिश पर पूर्णकालिक निदेशक के रूप 21 फरवरी 2017 से 20 फरवरी 2022 तक पाँच साल की अवधि के लिए राहुल को कंपनी के उपाध्यक्ष और सीईओ बनाया गया, फिर नामांकन और पारिश्रमिक समिति द्वारा अनुशंसित और निदेशक मण्डल द्वारा अनुमोदित और सदस्यों द्वारा मंजूरी के बाद पूर्णकालिक निदेशक के रूप में 22 फरवरी 2022 से 21 फरवरी 2027 तक पाँच साल की अवधि के लिए राहुल कनोडिया को डेटामैटिक्स के सीईओ और उपाध्यक्ष के पद पर पुनः नियुक्ति किया गया है,

डेटामैटिक्स के सीईओ के अलावा राहुल कनोडिया Columbia University के इंडिया बिजनेस इनिशिएटिव (न्यूयॉर्क) के सलाहकर बोर्ड में है, और Goa Institute of Management और मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित Safari Industries India Ltd. बोर्ड के निदेशक भी है, राहुल को लीडरशिप समिट एंड अवार्ड के 2019 एडिशन में ‘CEO of the Year Award’ से सम्मानित किया गया है, और वर्ष 2014 में एशिया के 41 देशों के संगठनो के बीच सीईओ के रूप सबसे बेहतरीन नेतृत्व करने के लिए राहुल को ‘CEO of the Year Award’ भी मिला है,

राहुल जनवरी 1992 से दिसंबर 1993 के बीच में Columbia Business School से MBA किया है, जिसमें वह Business Strategy & Marketing में प्रमुख और Mergers & Acquisition and Turnaround Management में माइनर डिग्री किया हुआ है, उन्होने सितंबर 1990 से जनवरी 1992 के बीच में यूएसए के Babson Collage से प्रबंधन सूचना प्रणाली (MIS) में बैचलर ऑफ साइन्स डिग्री प्राप्त किया है, और वर्ष 1987 में

डेटामैटिक्स का पुराना नाम क्या है?

डेटामैटिक्स का पुराना नाम ‘इंटरफ़ेस सॉफ्टवेयर रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड’ था, पूर्व में 3 नवंबर 1987 को निगमन के दौरान डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड को ‘इंटरफ़ेस सॉफ्टवेयर रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड’ के रूप पंजीकृत करवाया गया था, फिर 18 दिसंबर 1992 को कंपनी के नाम को ‘डेटामैटिक्स टेक्नोलोजीज प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया, इसके सात साल बाद 27 दिसंबर 1999 को इस कंपनी के शेयरधारकों द्वारा इसे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप 13 जनवरी 2000 को यह कानूनी रूप से ‘डेटामैटिक्स टेक्नोलोजी लिमिटेड’ हो गया, फिर वर्ष 2009 में इस कंपनी को ‘डेटामैटिक्स ग्लोबल सेर्विसेज लिमिटेड’ कर दिया गया,

डेटामैटिक्स का आय रिकॉर्ड-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड का वार्षिक आय रिकॉर्ड नीचे इस प्रकार है, राशि भारतीय करोड़ रु. में दिया गया है,-

डेटामैटिक्स किस प्रकार का कंपनी है?

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है, जो भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज पर सूचीबद्ध है, इस कंपनी का आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) 12 अप्रैल 2014 को आया था, और 19 अप्रैल 2004 को बंद हुआ था, जिसके बाद 7 मई 2004 को डेटामैटिक्स ग्लोबल सेर्विसेज सफलतापूर्वक पहली बार भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज में सूचीबद्ध हुआ था, यह कंपनी NSE पर DATAMATICS और BSE पर 532528 के तहत भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज में कारोबार करता है,

डेटामैटिक्स का मालिक कौन है?

डेटामैटिक्स का मालिक इसके संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. ललित सूरजमल कनोडिया और उनके परिवार के सदस्य है, क्योंकि इस कंपनी में प्रमॉटर के रूप में हिस्सा रखनेवाले कनोडिया परिवार है, और इस कंपनी में प्रमॉटर के रूप सबसे ज्यादा (54% March 2024 में) हिस्सदारी रखने वाली कंपनी ‘डेल्टा इन्फोसोल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड’ का सारा हिस्सा भी डॉ. ललित एस. कनोडिया, श्रीमति आशा एल. कनोडिया, समीर एल. कनोडिया और विक्रांत ट्रस्ट के पास है, इस विक्रांत ट्रस्ट के ट्रस्टी में ललित कनोडिया, राहुल कनोडिया, प्रियदर्शिनी कनोडिया है,

डेटामैटिक्स के शेयरहोल्डिंग पैटर्न-

दिसंबर 2024 के अनुसार डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड का हिस्सेदारी निम्न प्रकार से बांटा हुआ है-

दिसंबर 2024 के रिपोर्ट के अनुसार डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड का सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उनके प्रमॉटर ग्रुप के पास है, प्रमॉटर के रूप में इस कंपनी में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी ‘डेल्टा इन्फोसोल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी के पास है, जिसका अध्यक्ष डॉ. ललित सूरजमल कनोडिया है, जो डेटामैटिक्स समूह कंपनी के अध्यक्ष भी है, डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड के प्रमॉटर समूह के सदस्यों में बंटे हिस्से निम्न प्रकार है-

डेटामैटिक्स के सेवाएँ

  • क्लाउड और डेवऑप्स
  • ग्राहक संबंध प्रबंधन
  • एप्लिकेशन प्रबंधन
  • एआई और संज्ञात्मक विज्ञान
  • उत्पाद इंजीनियरिंग
  • डेटा एनालिटिक्स
  • डिजिटल बीमा
  • डिजिटल कंटैंट मैनेजमेंट
  • बैंकिंग प्रक्रिया प्रबंधन
  • स्वास्थ्य देखभाल प्रक्रिया प्रबंधन
  • इंटेलिजेंट ऑटोमेशन
  • बीमा प्रक्रिया प्रबंधन
  • वित्तीय और लेखांकन
  • ग्राहक प्रबंधन और अनुभव
  • ग्राहक अनुसंधान और विश्लेषण
  • प्रॉक्टरिंग सेवाएँ

डेटामैटिक्स के सेवा क्षेत्र-

डेटामैटिक्स निम्न प्रकार के उद्दोगों को अपनी सेवाएँ प्रदान करता है-

  • स्वास्थ्य देखभाल
  • बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ
  • बीमा
  • परिवहन
  • खुदरा
  • मार्केट रिसर्चर
  • विनिर्माण और रसद
  • शिक्षा प्रौद्दोगिकी
  • यात्रा और आतिथ्य उद्दोग
  • क्रेडिट रेटिंग विश्लेषण
  • अंतराष्ट्रीय संगठन
  • मीडिया और प्रकाशन

डेटामैटिक्स द्वारा अधिग्रहण की गई कंपनियाँ-

डेटामैटिक्स द्वारा अधिग्रहण की गई कंपनियों में से कुछ नीचे इस प्रकार है, इनमें से कुछ कंपनी डेटामैटिक्स के ‘संयुक्त उद्दम वाली (#) कंपनी’ थी, जिसे बाद में डेटामेटिक्स ने इन संयुक्त उद्दम कंपनियों पर पूर्ण अधिग्रहण कर लिया है, नीचे दिये गए कुछ कंपनी वर्तमान में डेटामैटिक्स के सहायक कंपनी के रूप में कार्य कर रहा है, और कुछ पूरी तरह से डेटामैटिक्स में विलय हो गया है-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज की सहायक कंपनियाँ-

नीचे दिये गए सहायक कंपनियों में मूल कंपनी डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज का शेयर होल्डिंग निम्न प्रकार है और सहायक कंपनियों से संबन्धित देश भी दिया गया, जहां कंपनी का मुख्यालय उपस्थित है-

डेटामैटिक्स का इतिहास-

1975-

भारतीय सॉफ्टवेयर और ऑफशोर सेवा उद्दोग के अग्रणी लोगों में से एक डॉ. ललित एस. कनोडिया वर्ष 1967 में टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद 1975 में मुंबई में ‘इंटरफ़ेस सॉफ्टवेयर रिसोर्सेज’ नाम का एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की स्थापना की,

1987-

3 नवंबर 1987 को इस कंपनी को मुंबई में कंपनी अधिनियम 1956 के तहत एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ‘Interface Software Resources Private Limited’ के रूप में निगमित किया, जिसे कम्प्युटर और इलेक्ट्रोनिक डेटा प्रोसेसिंग से जुड़ी सेवा प्रदाता के रूप में शामिल किया गया था,

1992-

मुख्य रूप से इलेक्ट्रोनिक प्रकाशन के क्षेत्र में सूचना प्रौद्दोगिकी सक्षम सेवाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से 18 दिसंबर 1992 को कंपनी ने अपना नाम बदलकर ‘डेटामैटिक्स टेक्नोलोजीज प्राइवेट लिमिटेड’ कर दिया,

1999-2000

14 जनवरी 1999 को कंपनी एक सार्वजनिक कंपनी बन गई और 27 दिसंबर 1999 को कंपनी एक सार्वजनिक कंपनी बन गई, 13 जनवरी 2000 से कंपनी के नाम से प्राइवेट हटा दिया गया, जिससे यह ‘डेटामैटिक्स टेक्नोलोजीज लिमिटेड’ हो गया,

2003-

वैज्ञानिक, तकनीकी और चिकित्सा प्रकाशकों और दुनिभार के अन्य संगठनों को सामग्री प्रसंस्करण, सामग्री प्रबंधन और संबन्धित सेवाओं की पूरी शृंखला प्रदान करने के उद्देश्य से 15 सितंबर 2003 को डेटामैटिक्स टेक्नोलोजी ने उत्तरी अमेरिका स्थित प्रकाशक सेवा प्रदाता Cadmus Communications Corporation के साथ मिलकर एक संयुक्त उद्दम कंपनी बनाने की साझेदारी की, इस नए संयुक्त उद्दम कंपनी KnowledgeWorks Global Ltd. (KGL) में Codmus का 80 प्रतिशत और शेष 20 प्रतिशत डेटामैटिक्स के पास होगा।

2004-

डेटामैटिक्स टेक्नॉलॉजीज ने 6 अप्रैल 2004 को अपनी IPO के लिए 101-110 रुपये प्रति शेयर के मूल्य बैंड की घोषणा की, और कंपनी बुक-बिल्डिंग रूट के माध्यम से तय की जाने वाली कीमत पर नकद में 5 रुपये के 10.3 मिलियन इक्विटि शेयर की पेशकश की, इस कंपनी का IPO 12 अप्रैल से 19 अप्रैल 2004 के बीच सदस्यता के लिए खुला हुआ था, फिर 5 मई 2004 को डेटामैटिक्स ने BSE और NSE के साथ लिस्टिंग आवेदन दाखिल किया, जिसके बाद 7 मई 2004 को यह भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज में लिस्टिंग हुआ।

वर्ष 2003 में डेटामैटिक्स और Cadmus Communications Corporation के बीच समझौते से स्थापित संयुक्त उद्दम कंपनी KnwoledgeWorks Global Ltd ने 2004 में चेन्नई में अपनी दूसरी व्यवसाय प्रक्रिया आउटसोर्स (BPO) सुविधा स्थापित किया,

2006-

1 जून 2006 को डेटामैटिक्स और स्वीडेन स्थित सूचना प्रौद्दोगिकी परामर्श कंपनी Cybercom AB ने साथ मिलकर एक संयुक्त उद्दम कंपनी Cybercom Datamatics Information Solutions Pvt. Ltd. बनाने का समझौता किया, यह संयुक्त उद्दाम कंपनी 28 मार्च 2007 को पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गयी,

2007-

SAP संबन्धित समाधान पेश करने के लिए 15 फरवरी 2007 को डेटामेटिक्स ने YASH Technologies के साथ ‘डेटामैटिक्स यश टेक्नोलोजीज प्राइवेट लिमिटेड’ नामक एक संयुक्त उद्दम बनाने के लिए एक निश्चित समझौते की घोषणा की,

18 अप्रैल 2007

18 जून 2007 को डेटामेटिक्स टेक्नोलोजीज ने 30 डेटामैटिशियन्स के साथ नासिक, मुंबई राजमार्ग के डेटामेटिक्स नॉलेज सेंटर में एक डिलीवरी सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स स्थापित किया,

2008-

ऑनलाइन खुदरा उद्दोगों को बिजनेस विश्लेषण, डिज़ाइन और आर्किटेक्चर, डेव्लपमेंट, परीक्षण, एकीकरण और माइग्रेशन जैसे सेवाएँ प्रदान करने के लिए कंपनी ने 26 फरवरी 2008 को 4-i Product Page Solutions लॉंच किया, जो डेटामैटिक्स ऑनलाइन रिटेल सोल्युशंस का हिस्सा है,  

25 जून 2008 को ‘डेटामैटिक्स टेक्नोलोजीज लिमिटे’ के निदेशक मण्डल के बैठक में एक अन्य कंपनी डेटामैटिक्स लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों के डेटामैटिक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के साथ विलय होने की योजना को मंजूरी दे दी,

2009-

डेटामैटिक्स टेक्नोलॉजीज ने 29 जनवरी 2009 को सॉफ्टवेयर सेवाओं में लगी अपनी समूह के अन्य कंपनी डेटामैटिक्स लिमिटेड के संचालन को अपने साथ मिलाने की घोषणा की, इस विलय के बाद कंपनी के नाम को बदलकर Datamatics Global Services Limited कर दिया गया,

17 अप्रैल 2009 को डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड ने डॉ. चन्द्र मौली को अध्यक्ष और वैश्विक मानव संसाधन प्रमुख के रूप में नियुक्त किया,

9 सितंबर 2009 को कंपनी ने कंटैंट मैनेजमेंट और ऑनलाइन रिटेल सोल्यूशंस के प्रमुख के रूप में कृष्णा तिवारी को नामित किया,

फिर 23 सितंबर 2009 को कंपनी ने पुनीत जैन को आई-क्यू/स्मार्ट डॉकयुमेंट प्रोसेसिंग के ग्लोबल हैड के रूप में नियुक्त किया,

2010-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड और वेब, दस्तावेज़ और पोर्टल सुविधाओं को संयोजित करने वाले वेब सामग्री एकीकरण सॉफ्टवेयर का प्रमुख प्रदाता Jahia दोनों ने मिलकर अंतराष्ट्रीय संगठनों के लिए लागत प्रभावी और स्केलेबल सामग्री प्रबंधन समाधान प्रदान करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी की,

1 जून 2010 को कंपनी ने अशोक मुट्टिन को संयुक्त राज्य अमेरिका में बिक्री, एफ़ एंड ए बिक्री के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया,

30 जून 2010 को कंपनी ने श्रीधर ‘श्री’ शेट्टी को ग्लोबल सेल्स के अध्यक्ष और प्रमुख के रूप में नियुक्त किया,

23 जुलाई 2010 को डेटामैटिक्स के अमेरिकी सहायक कंपनी डेटामैटिक्स ग्लोबल, इंक. और CIGNEX Global Holding Corporation की अमेरिकी सहायक कंपनी CIGNEX Technologies, Inc. दोनों ने मिलकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर उद्दमों के लिए नवीन, अगली पीढ़ी के ओपन सोर्स समाधानों का विपणन करने के लिए ‘Datamatics CIGNEX, LLC’ नामक एक संयुक्त उद्दम के निर्माण की घोषणा करते है, 

9 अगस्त 2010 को कंपनी ने 2010 Global Services 100 सूची में शीर्ष 100 कंपनियों में अपना नाम चयनित होने की घोषणा की,

12 अक्तूबर 2010 को डेटामेटिक्स ग्लोबल सर्विसेज ने दिलीप साहू को भारत में बिक्री की उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया,  

2011-

विश्व में अपने व्यवसाय परिचालन का विस्तार करने के उद्देश्य से 13 मई 2011 को डेटामेटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड ने बोस्निया में एक नया कार्यालय स्थापित किया,

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड के भारत स्थित अन्य सहायक कंपनी डेटामैटिक्स सॉफ्टवेयर सर्विसेज लिमिटेड ने 16 जून 2011 को बेंगलुरु मुख्यालय वाली एम्बेडेड में विशेषज्ञता वाली एक प्राइवेट कंपनी Vista Infosystems में नियंत्रण हासिल करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया,

28 जून 2011 को डेटामैटिक्स ने सचिन राणे को अपने सूचना प्रबंधन प्रैक्टिसेस (IMP) और एप्लिकेशन मैनेजमेंट सर्विसेज (AMS) के उपाध्यक्ष और प्रमुख के पद पर नियुक्त किया,

27 सितंबर 2011 तक डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड का भारत में चार डिलीवरी सेंटर था, जिसमें दक्षिण भारत में चेन्नई और बेंगलुरु में एक-एक करके डिलीवरी सेंटर उपस्थित था, कंपनी ने अगले महीने अक्तूबर 2011 को पुडुचेरी में एक और डिलीवरी केंद्र स्थापित करने की घोषणा की,

2012-

1 नवंबर 2012 को कंपनी अमेरिका स्थित एक सक्षम बिजनेस प्रोसैस प्रबंधन समाधान के अग्रणी प्रदाता Kofax plc के लिए एक वैश्विक भागीदारी बन गया,

उद्दमों को सूचनाओं की बढ़ती मात्र को बुद्धिमानी से संग्रहीत करने, प्रबंधित करने, विश्लेषण करने, खोजने और साझा करने की अनुमति देने के लिए कंपनी ने 28 नवंबर 2012 को सिमेनटिक कंटेंट एनरिचमेंट सोल्युशंस के अग्रणी प्रदता TEMIS के साथ साझेदारी की,

2013-

26 मार्च 2013 को कंपनी ने नीदरलैंड्स स्थित स्मार्ट टूल और आउटसोर्सिंग एडमिन प्रक्रिया प्रदाता Dutch Adminfactory के साथ रणनीतिक साझेदारी की,

19 अगस्त 2013 को डेटामैटिक्स सर्विसेज लिमिटेड ने अपने डेटा प्रकाशन और ई-रिटेल व्यवसाय को चेन्नई स्थित मल्टीमीडिया सामग्री समाधान कंपनी PreMedia Global Pvt. Ltd. के डिजिटल पब्लिशिंग और ई-रिटेल सर्विसेज बिजनेस के साथ विलय से संबन्धित एक फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किया, 

1 नवंबर 2013 को डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज ने श्री रामास्वामी सुब्रमण्यम (राम) को वित्त एवं लेखांकन के वैश्विक प्रमुख के रूप नियुक्ति की,

2014-

20 जून 2014 को इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ आउटसोर्सिंग प्रॉफेशनल (IAOP) द्वारा डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाताओं की शीर्ष ‘Global Leader 2014’ की सूची में 39वां स्थान दिया गया,

28 नवंबर 2014 को डेटामैटिक्स ने ब्रजेश उग्रा को अपने वैश्विक बिक्री के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया,

2015-

18 मई 2015 को डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज ने स्मार्ट उपकरणों के लिए मोबाइल डैशबोर्ड के साथ-साथ ऑन-लाइन और ऑफ-लाइन बिजनेस इंटेलिजेंस प्रदान करने वाली 1KEY सुइट का अधिग्रहण कर लिया,

2016-

एक सर्बियाई निर्माता और एम्बेडेड सिस्टम्स विकसित करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर टूल का खुदरा विक्रेता कंपनी MikroElektronika और डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज के एक कंसोर्टियम ने 6 मई 2016 को लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (Phase 1A) के लिए स्वचालित किराया संग्रह (AFC) प्रणाली प्रदान करने के लिए लगभग 64 करोड़ रुपए का यह अनुबंधन जीता,

2017-

डेटामैटिक्स ने 3 जुलाई 2017 को बेंगलुरु मुख्यालय वाली डिजिटल अनुभवों और मोबाइल आधारित वेब एप्लिकेशन डेव्लपमेंट और रखरखाव सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी TechJini का अधिग्रहण किया,

2018-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज की स्टेप-डाउन सहायक कंपनी डेटामैटिक्स फ़िलीपिन्स ने 6 अप्रैल 2018 को मनीला, फ़िलीपिन्स में मुख्यालय वाली वॉइस-आधारित बीपीओ कंपनी RJGlobus Soluitons Inc. का अधिग्रहण कर लिया,

19 जून 2018 को डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ और उपाध्यक्ष राहुल कनोडिया को 2018-19 के लिए ‘नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज’ (NASSCOM) के पश्चिम क्षेत्र परिषद के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया,

Datamatics Global Services Ltd. और Lumina Datamatics Ltd. के निदेशक मण्डल के 14 दिसंबर 2018 बोर्ड बैठकों में दोनों कंपनियों को DGSL में विलय करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, विलय के बाद इसे दो कंपनियों डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड और LDR E-Retail Ltd. में विभाजित किया गया, विभाजन के बाद इसका नाम LDR E-Retail Ltd. से बदलकर Lumina Datamatics limited कर दिया गया,

2019-

कॉर्पोरेट्स को उनकी वित्तीय जानकारी को सुव्यवस्थित करने, कर प्रक्रियाओं को स्वचालित करने और निर्बाध कर गणना सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए डेटामैटिक्स ने 10 जुलाई 2019 को TaxAnalyze को एक साथ लाने के लिए Thomson Reuters के साथ अपने सहयोग की घोषणा की, यह समाधान Thomson Reuters ONESOURCE और Datamatics के TruBI प्रॉडक्ट द्वारा संचालित है,

2020-

दुनियाभर के व्यवसायों को वैश्विक टेक्नोलोजी और आपूर्ति शृंखला सेवाओं का एक पूरा स्पेकट्रम प्रदान करने वाली कंपनी Ingram Micro के साथ डेटामैटिक्स ने 13 मई 2020 को अपनी रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की, इस साझेदारी से डेटामैटिक्स का उद्देश्य TruBot, TruCap+ और TruBI सहित अपने इंटेलिजेंस ऑटोमेशन सुइट प्रॉडक्टों के लिए भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिती बढ़ाना है,

2021-

Datamatics Global Services और Cybercom AB द्वारा 1 जून 2006 को स्थापित संयुक्त उद्दम कंपनी Cybercom Datamatics Information Solutions Ltd. में शेष 49.50% शेयर जो Cybercom के पास है, जिसे Datamatics ने 27 मई 2021 को अधिग्रहण कर लिया, इस तरह डेटामैटिक्स ने Cybercom Datamatics Information Solutions Ltd. में सम्पूर्ण हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया और यह संयुक्त उद्दम कंपनी डेटामैटिक्स का पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन गया,

2022-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड ने 13 जनवरी 2022 को PSI Services LLC के साथ एक दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी की,

17 मई 2022 को कंपनी ने ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवन निगम’ (NCRTC) के Delhi-Ghaziabad-Meerut RRTS कॉरिडोर के लिए Europay, MasterCard and Visa आधारित खुला लूप ‘स्वचालित किराया संग्रह (AFC) प्रणाली’ के डिज़ाइन, आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण, कमीशनिंग और व्यापक वार्षिक रखरखाव के लिए अनुबंधन पर हस्ताक्षर किया, जिसे NCRTC ने जनवरी 2022 में डेटामैटिक्स को स्वीकृति पत्र जारी किया,

2023-

फोर्ब्स पत्रिका ने 22 नवंबर 2023 को एशिया की 200 सर्वश्रेष्ठ Under A Billion Companies 2023 की सूची में डेटामेटिक्स ग्लोबल सर्विसेज को जगह देने की घोषणा की,

2024-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड ने 1 अप्रैल 2024 को Salesforce Services के प्रमुख प्रदाता Dextara Digital का अधिग्रहण कर लिया,

डेटामैटिक्स के कार्यालएं एवं वैश्विक उपस्थिती-

डेटामैटिक्स ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड की संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, स्विट्ज़रलैंड, नीदरलैंड्स, भारत, फ़िलीपिन्स और संयुक्त अरब अमीरात में प्रमुख वितरण केन्द्रों के साथ चार महाद्वीपों में उपस्थिती है, कंपनी का कार्यालयें निम्न जगहों पर स्थित है-

भारत– मुंबई, नाशिक, बैंग्लोर, पुडुचेरी,

फ़िलीपिन्स– मनीला, मानकी सिटी, पासिग सिटी, क्लार्क फ्रीपोर्ट जोन,

संयुक्त अरब अमीरात- दुबई,

संयुक्त राज्य अमेरिका– बोस्टन, डेट्रॉइट, एडीसन,

यूनाइटेड किंगडम– बर्कशायर,

स्विट्ज़रलैंड– जुग,

नीदरलैंड्स– एम्स्टर्डैम,

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