HCL Technologies भारत की एक अग्रणी वैश्विक आईटी सेवा, परामर्श और आउटसोर्सिंग कंपनी है, जिसका व्यापार नाम HCLTech है, और यह HCL Group की कंपनियों में से एक है, यह कंपनी विश्व के 60 से अधिक देशों में स्थित अपनी शाखा कार्यालयों अपनी टेक्नोलोजी सेवा व्यवसाय का संचालन कर रहा है, 2 लाख से अधिक कर्मचारियों वाला इस कंपनी का विश्वभर में 60 से अधिक नवाचार प्रयोगशाला और 210 से अधिक डिलीवरी केंद्र है,
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस और इंफ़ोसिस के बाद HCLTech दुनियभार में अपनी आईटी सेवा प्रदान करने वाली भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है,
HCLTech क्या है? HCL Technologies Ltd. के बारे में, आइए आपके इन सब सवालों के जवाब में आज हम इस कंपनी के बारे में कई जानकारियों से आपको रुबरु करवाते है-
पूरा नाम | HCL Technologies Limited |
व्यापार नाम | HCLTech |
मुख्यालय | Noida, Uttar Pradesh |
स्थापित | 11 August 1976 (as HCL) |
निगमित | 12 November 1991 (as HCL Overseas Ltd.) |
संस्थापक | Shiv Nadar |
मानद अध्यक्ष और चीफ़ स्ट्रेटजी ऑफिसर | Shiv Nadar |
चेयरपर्सन | Roshni Nadar Malhotra |
सीईओ और प्रबंध निदेशक | C Vijayakumar |
कॉर्पोरेट पहचान संख्या (CIN) | L74140DL1991PLC046369 |
अंतराष्ट्रीय प्रतिभूत पहचान संख्या (ISIN) | INE860A01027 |
पंजीकरण संख्या | 46369 |
कंपनी श्रेणी | Company limited by shares |
कंपनी उपश्रेणी | non-govt company |
कंपनी प्रकार | listed public company |
NSE Code | HCLTECH |
BSE Code | 532281 |
अधिकृत शेयर पूंजी (authorized share capital) | रु. 603.40 करोड़ |
प्रदत्त पूंजी (paid-up capital) | रु. 543.00 करोड़ |
आय | रु. 1,11,408 करोड़ (2024) |
शुद्द आय | रु. 16,565 करोड़ (2024) |
परिचालन आय | रु. 20,967 करोड़ (2024) |
कुल संपत्ति | रु. 99,777 करोड़ (2024) |
कुल इक्विटि | रु. 68,271 करोड़ (2024) |
बाजार पूंजी | रु. 4,68,162 करोड़ (Feb 2025) |
कुल कर्मचारी | 2,27,481 (2024) |
भारत में कर्मचारी | 1,71,000 |
आधिकारिक वैबसाइट | www.hcltech.com |
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HCLTech का मुख्यालय (Headquarter) कहाँ है?
एचसीएल टेक्नोलोजीज लिमिटेड का अंतराष्ट्रीय मुख्यालय भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित नोएडा शहर में उपस्थित है-
अंतराष्ट्रीय हैड्क्वार्टर का पता-
HCL Technologies Limited, Technology Hub, SEZ Plot No. 3A, Sector 126, Noida, Uttar Pradesh 201304, India |
HCLTech की शुरुआत कब हुई थी?
एचसीएल टेक्नोलोजी लिमिटेड की शुरुआत वर्ष 1976 में ‘माइक्रोकोम्प लिमिटेड’ के नाम से हुआ था, शुरुआत में यह कंपनी टेलीडिजिटल कैलकुलेटर बनाने का काम करता था, फिर 11 अगस्त 1976 इस कंपनी को हिदुस्तान कम्प्युटर्स लिमिटेड (HCL) का नाम दिया गया, वर्ष 1978 से यह कंपनी अपना फोकस पूरी तरह से पर्सनल कम्प्युटर बनाने पर लगाया, मुख्य रूप से उस समय यह कंपनी हार्डवेयर बनाने का काम कर रहा था,
जिसके बाद HCL ने पीसी बनाने से अलग, सॉफ्टवेयर और टेक्नोलोजी सेवाएं प्रदान करने के लिए 12 नवंबर 1991 को अपनी एक अलग डिवीजन की स्थापना करता है, जिसका नाम ‘HCL Overseas Limited’ रखा गया था, जिसके बाद 10 फरवरी 1992 को इस नवनिर्मित डिवीजन ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़ (RoC) से अपने व्यवसाय को शुरू करने का प्रमाण पत्र प्राप्त किया,
फिर 14 जुलाई 1994 को इस डिवीजन के नाम को ‘HCL Consulting Limited’ कर दिया, कंपनी को एक ब्रांड के रूप में दुनिया के सामने अपने गतिविधियों को बेहतर ढंग से दर्शाने के लिए 6 अक्तूबर 1999 को एचसीएल ने अपने डिवीजन ‘HCL Consulting Limited’ के नाम को बदलकर ‘HCL Technologies Limited’ कर दिया, वर्तमान में यह कंपनी विश्व की अग्रणी आईटी सेवा कंपनी बन गयी है, और भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है,
HCL और HCLTech की शुरुआत किसने की थी?
HCL की शुरुआत HCLTech के वर्तमान मानद अध्यक्ष और रणनीतिक सलाहकार शिव नादर की नेतृत्व में सात और सह-संथापक अजय चौधरी, अर्जुन मल्होत्रा, सुभाष अरोड़ा, डीएस पुरी, एस रमन, महेंद्र प्रताप और योगेश वैद्य द्वारा हुई थी, जब नादर अपनी करियर की शुरुआत दिल्ली के ‘दिल्ली क्लॉथ एंड जनरल मिल्स’ में एक प्रबंधन प्रशिक्षु प्रणाली के हिस्से के रूप कार्य कर रहे थे, तब वह वहाँ पाँच इंजीनियरों से मुलाक़ात की थी, और बाद में वर्ष 1976 में ये लोग मिलकर एक ‘गैरेज स्टार्टअप की तरह’ की एक कंपनी ‘माइक्रोकोम्प लिमिटेड’ की शुरुआत की, जिसे बाद के वर्षों में HCL का नाम दिया गया, उस दौरान यह कंपनी डिजिटल हार्डवेयर बनाने का काम किया करता था, फिर 1991 के दौरान HCL ने आईटी सेवाओं के लिए ‘एचसीएल ओवर्सीज लिमिटेड’ की शुरुआत की, जिसे वर्तमान में ‘एचसीएल टेक्नोलोजीज लिमिटेड/ HCLTech कहा जाता है,
HCLTech का पुराना नाम क्या है?
HCLTech का पुराना नाम ‘HCL Overseas Limited’ था, यह नाम कंपनी को 12 नवंबर 1991 को दिया गया था, जब इस कंपनी को अपनी मूल कंपनी HCL के एक डिवीजन के रूप में स्थापित किया गया था, HCLTech के दूसरा पुराना नाम ‘HCL Consulting Limited’ है, यह नाम कंपनी को 14 जुलाई 1994 को मिला था, फिर बाद में 6 अक्तूबर 1999 को इस कंपनी के नाम को बदलकर HCL Technologies Limited कर दिया गया, HCLTech इस कंपनी का ट्रेड नाम है, इसी नाम से यह कंपनी व्यापार करता है,
HCL क्या है–
HCL एक भारतीय व्यवसाय समूह है, HCL को सर्वप्रथम 1976 में शुरू किया गया था, उस समय कंपनी को HCL (Hindustan Computers Ltd.) के नाम से शुरू किया गया था, फिर बाद में HCL ने अपने अन्य सहायक कंपनियों की स्थापना की जैसे 1991 में HCLTech फिर बाद में HCL Healthcare और HCL Infosystems Ltd. इस तरह HCL इन कंपनियों का एक व्यवसाय समूह बन गया,
HCL अपने आरंभिक वर्षों के दौरान टेलीडिजिटल कैलकुलेटर बनाने का काम किया करता था, हालांकि HCL ने एक हार्डवेयर संगठन के रूप में शुरुआत की थी, और देश के पहली स्वदेशी कंप्यूटरों का निर्माण किया था। फिर बाद में HCL ने टेक्नोलॉजी/सॉफ्टवेयर सेवा प्रदान करने के लिए HCL Technologies नाम का एक सहायक कंपनी की स्थापना की, फिर पर्सनल कम्प्युटर और लैपटाप बनाने के लिए HCL Infosystems की स्थापना की, हालांकि इस विनिर्माण डिवीजन को HCL ने बंद कर दिया है, क्योंकि HP और Dell जैसे प्रतिस्पर्धियों के लिए बाजार हिस्सेदारी खो दी थी, HCL ने कॉर्पोरेट स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ प्रदान करने के लिए 2014 में HCL Healthcare Ltd. की स्थापना की, इस प्रकार फिर HCL ने कौशल और स्टाफिंग सेवाओं के लिए HCL TalentCare की स्थापना की है,
HCL का पुराना नाम क्या है?
HCL का पुराना नाम ‘माइक्रोकोम्प लिमिटेड’ था, यह नाम कंपनी को वर्ष 1976 के दौरान जिस समय इस कंपनी की शुरुआत की जा रही थी, दिया गया था, जिसके बाद 11 अगस्त 1976 को ही इस कंपनी को हिंदुस्तान कम्प्युटर्स लिमिटेड का नाम दिया गया था, जिसका संक्षिप्त नाम HCL है,
HCLTech की रैंक क्या है?
HCLTech की रैंक वर्तमान में भारत की आईटी सेवा कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफ़ोसिस के बाद तीसरे नंबर पर आता है, और भारत की सबसे बड़ी कंपनियों की लिस्ट में यह 1,11,408 करोड़ रुपये की राजस्व के साथ #30वां स्थान पर आता है,
HCLTech का फुल फॉर्म क्या है?
HCLTech का फुल फॉर्म यानि पूरा नाम HCL Technologies Limited है, यह कंपनी अपनी आईटी सेवा, परामर्श और आउटसोर्सिंग सेवाओं के विश्व में प्रसिद्ध है,
HCL का फुल फॉर्म क्या है?
HCL का फुल फॉर्म यानि पूरा नाम ‘हिंदुस्तान कम्प्युटर्स लिमिटेड’ है, वर्तमान में यह HCLTech, HCL Healthcare, HCL Infosystems और HCL TalentCare जैसे कंपनी का एक मूल व्यवसाय ग्रुप है, जिसे HCL Group के नाम से भी जाना जाता है,
HCLTech का मालिक कौन है?
विश्व की अग्रणी आईटी सेवा कंपनी HCLTech या HCL Technologies Ltd. का मालिक शिव नादर है, जो एचसीएल समूह और शिव नादर फ़ाउंडेशन के संस्थापक है, वर्ष 2020 में इस कंपनी के चेयरमेन पद से हटने के बाद शिव नादर ने अपने इकलौते पुत्री रोशनी नादर मल्होत्रा को यह पद सौंप दिया, जिसके बाद आज वह HCLTech के बोर्ड के मानद अध्यक्ष और रणनीतिक सलाहकार भी है,
शिव नादर एक परोपकारी इंसान होने के साथ-साथ वह मानते थे कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच परिवर्तन का सबसे शक्तिशाली साधन है, जिन्होने भारत में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1994 में परोपकारी- शिव नादर फ़ाउंडेशन की स्थापना की, नादर ने जून 2024 तक इस फ़ाउंडेशन के माध्यम से लगभग 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, वर्ष 1996 उन्होने अपने पिताजी के नाम से तमिलनाडू के चेन्नई शहर में ‘श्री शिवसुब्रमनिया नादर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (SSN College of Engineering)’ की स्थापना की है, और 2008 में अपने एसएसएन ट्रस्ट के जरिये उत्तर प्रदेश के ग्रामीण छात्रों के लिए दो Vidyagyan स्कूल की स्थापना की, जिसमें 50 जिलों के 200 छात्रों को मुफ्त छात्रवृति देने की घोषणा हुआ था, इसके अलावा नादर ने 2011 में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी ‘शिव नादर यूनिवर्सिटी’ और 2018 में तमिलनाडू राज्य के चेन्नई शहर में ‘शिव नादर यूनिवर्सिटी (SNU Chennai)’ की स्थापना की है।
शिव नादर 2005 में हैदराबाद और मोहाली में स्थित ‘इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नस (ISB)’ के कार्यकारी बोर्ड में शामिल हुये थे, और वह ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी खड़गपुर (IIT Kharagpur)’ के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष के रूप में 2014 तक कार्य किया था,
शिव नादर की बचपन की पढ़ाई भारतीय राज्य तमिलनाडू के अंदर में ही साउथ भाषा तमिल में ही हुआ है, जिसके कारण वह लगभग 22 की उम्र तक ठीक से इंग्लिश बोल नही पाते थे, शिव नादर ने 1955 से 1957 तक टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल, कुम्भकोणम में पढ़ाई की, फिर बाद में उन्होने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई ‘सैंट जोसेफ बॉयज हायर सेकेन्डरी स्कूल, त्रिची से पूरी की, नादर के पास तमिलनाडू के कोयम्बटूर महानगर में स्थित ‘PSG Collage of Technology’ से इलैक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स की डिग्री है, इसके अलावा नादर ने ‘अमेरीकन कॉलेज, मदुरै’ से प्री-यूनिवर्सिटी डिग्री भी प्राप्त किया हुआ है,
वर्तमान में नादर भारत की राजधानी दिल्ली में रहते है, और उनका सिर्फ एक पुत्री है, जिसका नाम रोशनी नादर है, और उनकी बीवी का नाम किरण नादर है, जो एशियाई खेलों की पूर्व पदक विजेता और अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध खिलाड़ी रह चुकी थी, वर्तमान में किरण एक एक कला संग्राहक और समाज-सेवी है,
शिव नादर को भारत और दुनियाभर में व्यापार और परोपकारी कार्य में अग्रणी भूमिका के लिए कई सम्मान और प्रशंसाएँ मिली है, जिनमें से उन्हें 2008 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा आईटी उद्योग में उनके योगदान के लिए तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है,
2007 में मद्रास यूनिवर्सिटी द्वारा उन्हें मानद डॉक्टरेट की उपाधि और ब्रिटिश बहुराष्ट्रीय प्रॉफेश्नल सर्विसेस कंपनी इर्नस्ट एंड यंग द्वारा उन्हें E&Y Entrepreneur of the से सम्मानित किया गया, फिर 2011 में फोर्ब्स ने एशिया प्रशांत के 48 परोपकारी नायकों की लिस्ट में शिव नादर को गिना था, फिर 2017 में इंडिया टुडे पत्रिका ने भारत के 50 सबसे शक्तिशाली लोगों में नादर को #16वां स्थान दिया था,
शिव नादर का नेटवर्थ कितना है?
HCLTech के संस्थापक, मानद अध्यक्ष और रणनीतिक सलाहकार शिव नादर लगभग 3.46 लाख करोड़ रुपये (21.10.2024 के अनुसार) के नेटवर्थ के साथ भारत की चौथी सबसे अमीर इंसान है, और वह एशिया के 10वां और विश्व में 39वां सबसे अमीर बिलिनियर है, आइए देखते है शिव नादर की संपत्ति का इतिहास-
शिव नादर की संपत्ति इतिहास इस प्रकार है-
यहाँ राशियों को भारतीय करोड़ रुपये (Rs Cr.) में दिया गया है,
वर्ष | संपत्ति |
---|---|
2024 | 3,45,240 करोड़ |
2023 | 2,15,040 करोड़ |
2022 | 2,41,080 करोड़ |
2021 | 1,97,400 करोड़ |
2020 | 99,960 करोड़ |
2019 | 1,22,640 करोड़ |
2018 | 1,22,640 करोड़ |
2017 | 1,03,320 करोड़ |
2016 | 93,240 करोड़ |
2015 | 1,24,320 करोड़ |
HCLTech का आय (Revenue)-
HCLTech का वार्षिक राजस्व और उनका लाभ नीचे दिया गया है, राशि भारतीय करोड़ रुपये (Rs Cr) में दिया गया है-
वर्ष | राजस्व | लाभ |
---|---|---|
2024 | 1,11,408 Cr | 15,710 Cr |
2023 | 1,02,814 Cr | 14,845 Cr |
2022 | 86,718 Cr | 13,523 Cr |
2021 | 76,306 Cr | 11,169 Cr |
2020 | 71,265 Cr | 11,057 Cr |
HCLTech का अध्यक्ष (Chairperson) कौन है?
HCLTech का वर्तमान चेयरमेन HCL के संस्थापक, पूर्व चेयरमेन और सीईओ शिव नादर की इकलौती संतान रोशनी नादर मल्होत्रा है, HCL में शामिल होने से पहले रोशनी कई कंपनियों में बतौर निर्माता के रूप में काम किया है, इस कंपनी में शामिल होने के एक साल के भीतर रोशनी को HCL Corporation के सीईओ और कार्यकारी निदेशक बनाया गया था, फिर अपने पिता शिव नादर के पद छोड़ने के बाद रोशनी नादर जुलाई 2020 में HCLTech की अध्यक्ष बनी,
रोशनी नादर अपने पिता द्वारा स्थापित शिव नादर फ़ाउंडेशन की ट्रस्टी भी रह चुकी है, इसके अलावा वह उत्तर प्रदेश के आर्थिक रूप से वंचित लोगों के एक नेतृत्व अकादमी ‘विद्याज्ञान लीडरशिप अकादमी’ की अध्यक्ष भी है, भारत की स्थायी पारिस्थितिक तंत्र बनाने और उसे संरक्षित करने के लिए प्राकृतिक आवासों और स्वदेशी प्रजातियों की रक्षा करने के उद्देश्य से रोशनी ने ‘द हैबिटेट्स’ नामक एक ट्रस्ट भी बनाई है,
रोशनी नादर दिल्ली में पली-बढ़ी है, और उसने अपनी बचपन की पढ़ाई भी दिल्ली की ‘वसंत वैलि स्कूल’ में की है, और एवंस्टोन, इलिनोएस, यूएसए में स्थित एक प्राइवेट रिसर्च यूनिवर्सिटी ‘नॉर्थवेस्टर्न यूनिवेर्सिटी (NU)’ से रेडियो/टीवी/फिल्म पर ध्यान केन्द्रित करते हुए संचार में ग्रेजुएट की है, फिर उन्होने वहीं रहकर NU के प्राइवेट बिज़नस स्कूल ‘Kellogg School of Management at Northwestern University’ से एमबीए की डिग्री हासिल की है,
रोशनी नादर 2010 में एचसीएल समूह की अन्य कंपनी HCL Healthcare के उपाध्यक्ष शिखर मल्होत्रा से शादी की है, और इन दोनों की दो बेटे है,
HCLTech का सीईओ कौन है?
HCLTech का वर्तमान सीईओ और एमडी सी विजयकुमार है, जो इस 13.7 बिलियन डॉलर की कंपनी में दुनियाभर के 59 देशों में काम कर रहे 218,000 पेशेवरों का नेतृत्व कर रहा है, विजयकुमार HCLTech को अपने चुने हुये बाज़ारों में सबसे तेजी से बढ़ने वाले कंपनियों में एक बनाने के लिए नई पीढ़ी की टेक्नोलोजी, प्रॉडक्ट्स और प्लेटफॉर्म पोर्टफोलियो को विकसित करने और बनाने में इस कंपनी का नेतृत्व करते है,
सी विजयकुमार 1994 में पहली बार इस कंपनी में शामिल हुये थे, वह HCL के उस कोर टीम के सदस्य भी रहे थे, जिसने भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज NSE के पूर्ण स्वचालित ट्रेडिंग नेटवर्क को डिज़ाइन और कार्यान्वित किया था, इस कंपनी में वह 1994 से 2016 तक कई अलग-अलग पदों पर कार्य किया हुआ है, वह HCLTech के इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज बिजनेस के प्रेसिडेंट के रूप में भी काम किया है, जुलाई 2016 में विजयकुमार को इस कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) का पद का नेतृत्व किया हुआ है, फिर अक्तूबर 2016 में वह HCLTech के सीईओ और एमडी बने, और वर्तमान में वह यूएसए के न्यू जर्सी में रहकर इस कंपनी का नेतृत्व कर रहा है,
सी विजयकुमार की बचपन की पढ़ाई तमिलनाडु के लवडेल गाँव में स्थित ‘Lawrence School, Lovedale’ में हुई है, वह 1986 से 1990 तक तमिलनाडू के कोयम्बटूर महानगर में स्थित ‘PSG Collage of Technology’ में इलैक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक किया हुआ है,
HCLTech के सीईओ की सैलरी कितनी है?
HCLTech की वार्षिक रिपोर्ट 2023-24 के अनुसार उनके सीईओ और एमडी सी विजयकुमार के पारिश्रमिक में पिछले साल की तुलना में 190.75% की वृद्धि को दर्शाया, वित्त वर्ष 2023-24 को विजयकुमार को लगभग 84.16 ($10.06M) करोड़ का कुल वेतन मिला था, जिससे वह भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के सीईओ में सबसे अधिक वेतन पाने वाला बन गया है,
वित्त वर्ष 2023-24 में HCLTech ने विजयकुमार के वेतन पैकेज में 16.39 करोड़ ($1.96M) का मूल वेतन, 19.74 करोड़ ($2.36M) का दीर्घकालिक प्रोत्साहन, और 9.53 करोड़ ($1.96M) का प्रदर्शन-लिंक्ड बोनस नकद घटक को शामिल किया था, इसके अतिरिक्त विजयकुमार को कंपनी के प्रतिबंधित स्टॉक इकाइयों (RSUs) के प्रयोग किए गए अनुलाभ मूल्य से 38.15 करोड़ रुपये दीर्घकालिक प्रोत्साहन में मिले, इसके साथ उसे लाभ, अनुलाभ और भत्ते के रूप में लगभग 33.44 लाख रुपये मिले थे,
HCLTech किस प्रकार का कंपनी है?
HCLTech एक सार्वजनिक (पब्लिक) कंपनी है, जिसका शेयर भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज NSE और BSE पर सूचीबद्ध है, और यह NSE पर HCLTECH और BSE पर 532281 के नाम से कारोबार करता है, HCLTech ने दिसंबर 1999 में अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) की और 11 जनवरी 2000 को कंपनी का शेयर स्टॉक एक्स्चेंज में सूचीबद्ध हुआ था,
दिसंबर 2024 के अनुसार HCLTech के शेयर हिस्सेदारी नीचे इस प्रकार है-
शेयरधारक | हिस्सेदारी |
प्रमॉटर | 60.8% |
विदेशी संस्थागत निवेशक | 19.4% |
घरेलू संस्थागत निवेशक | 15.3% |
पब्लिक | 4.4% |
अन्य | 0.1% |
HCLTech के प्रमॉटर समूह का हिस्सेदारी-
मालिक शिव नादर और उसका परिवार एचसीएल टेक्नोलोजी लिमिटेड का प्रमॉटर है, जो अपने नाम से और अपने अन्य प्राइवेट कंपनी Vama Sundari Investments (Delhi) Pvt. Ltd. और HCL के अन्य कंपनी के माध्यम से इस कंपनी में अपनी सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखती है, HCLTech में प्रमॉटर समूह का सबसे ज्यादा 60.81 प्रतिशत (Jun 2024) शेयरों की हिस्सेदारी है,
दिसंबर 2024 के अनुसार HCLTech के प्रमोटरों की हिस्सेदारी नीचे इस प्रकार है-
प्रमॉटर | हिस्सेदारी | शेयर्स |
Ms. Kiran Nadar | 0.02% | 4,94,602 |
Mr. Shiv Nadar | 0.00% | 736 |
Ms. Roshni Nadar | 0.00% | 696 |
अन्य कोई- | – | – |
Vama Sundari Investments (Delhi) Pvt. Ltd. | 44.17% | 1,198,549,941 |
अन्य कोई- | – | – |
HCL Holdings Pvt. Ltd. | 16.46% | 446,662,032 |
HCL Corporation Pvt. Ltd. | 0.17% | 4,593,104 |
कुल | 60.81% | 1,650,301,111 |
HCLTech किस लिए प्रसिद्ध है?
एचसीएल टेक्नोलोजीज को अपनी वैश्विक आईटी सेवाओं और समाधान के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें वह डिजिटल परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, क्लाउड कम्प्यूटिंग और एप्लिकेशन सेवाओं सहित आईटी सेवाओं की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करने में माहिर है, इस कंपनी को टेक्नोलॉजी में नवाचार जैसे एआई, मशीन लर्निंग, स्वचालन और डेटा एनालिटिक्स इत्यादियों में अपनी फोकस के लिए भी जाना जाता है,
HCLTech का इतिहास-
शुरुआती वर्ष
वर्ष 1976 में शिव नादर ने ‘दिल्ली क्लॉथ एंड जनरल मिल्स’ के सात पूर्व कर्मचारी इंजीनियरों (दोस्तों) के साथ मिलकर पर्सनल कम्प्युटर बनाने वाली एक कंपनी की स्थापना करती है, शुरुआत में कंपनी को “Microcomp Limited” के नाम से शुरू किया गया था, शिव नादर के अलावा इस टीम में अजय चौधरी, अर्जुन मल्होत्रा, योगेश वैद्य, सुभाष अरोड़ा, डी. एस. पुरी, योगेश वैद्य, महेंद्र प्रताप और एस. रमन शामिल थी, इन लोगों ने पर्सनल कम्प्युटर बनाने वाली कंपनी बनाने की उद्देश्य से पूंजी जुटाने के लिए शुरुआत में टेलीडिजिटल कैलकुलेटर बनाकर बेचना शुरू किया,
फिर 11 अगस्त 1976 को ‘माइक्रोकॉम्प लिमिटेड’ से कंपनी का नाम को बदलकर हिंदुस्तान कम्प्युटर्स लिमिटेड (HCL) कर दिया गया, वर्ष 1978 में एचसीएल ने IBM Corp. से 3 साल पहले और Apple Inc. के साथ अपना पहला HCL 8C नाम का एक स्वदेशी 8 बिट माइक्रो कम्प्युटर को विकसित किया, फिर 1988 में एचसीएल ने Sun और HP से तीन साल पहले एक बेहतरीन मल्टीप्रोसेसर Unix के विकास को जन्म दिया, इस तरह यह कंपनी अब कम्प्युटर बनाने में अपना पूरा ध्यान देने लगा था,
1990-1999
एचसीएल की शुरुआत से 1991 तक यह मूल रूप से हार्डवेयर बनाने का काम कर रहा था, फिर 12 नवंबर 1991 को एचसीएल ने सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी डेव्लपमेंट सेवा प्रदान करने के लिए HCL Overseas Limited नामक एक अलग डिवीजन की स्थापना की, फिर लगभग तीन महीने बाद 10 फरवरी 1992 को इस डिवीजन को व्यवसाय शुरू करने का प्रमाणपत्र प्राप्त हुआ, जिसके बाद इस कंपनी ग्राहकों को टेक्नोलोजी डेव्लपमेंट सेवाएँ देना शुरू करता है,
वर्ष 1993 में एचसीएल ने अपने आईटी सेवा डिवीजन HCLTech के माध्यम से एंटरप्राइज़ आईटी इनफ्रास्ट्रक्चर प्रबंधन (EITM) सेवाएँ प्रदान करना शुरू किया, और इस समय तक का एशिया का सबसे बड़ा भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज NSE के लिए भारत का पहला फ्लोरलेस, इलेक्ट्रॉनिक्स स्टॉक एक्स्चेंज स्थापित करने का अनुबंधन हासिल किया,
14 जुलाई 1994 को HCL ने अपने अन्य कंपनी “HCL Overseas Limited” के नाम को बदलकर “HCL Consulting Limited” कर दिया, फिर 6 अक्तूबर 1999 को दुनिया में अपनी कामों/गतिविधियों को बेहतर ढंग से दर्शाने के लिए कंपनी ने अपना नाम बदलकर “HCL Technologies Limited” कर दिया, जो मूल रूप से सॉफ्टवेयर और आईटी सेवाओं के लिए फोकस रहेगा।
वर्ष 1996 में एचसीएल ने एक अन्य आईटी सेवा कंपनी Perot Systems Corporation के साथ एक संयुक्त उद्यम ‘HCL Perot Systems’ की स्थापना करता है,
1998 तक कंपनी अपने व्यवसाय संचालन का विस्तार करते हुए एशिया और यूरोप बाजार में प्रवेश करता है, और वैश्विक संगठनों को रणनीतिक कार्यप्रणाली परामर्श आधारित सेवाएँ प्रदान करने के लिए अपनी एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Intelicent Inc. की स्थापना करता है,
HCL Technologies, 10 नवंबर 1999 को 4 रुपये प्रति शेयरों के 14.2 मिलियन इक्विटि शेयरों के साथ एक सार्वजनिक कंपनी बन गई, जिसका शेयर भारतीय स्टॉक एक्स्चेंज में सूचीबद्ध हो गया था, फिर क्या 2000 दशक के शुरुआत से पहले कंपनी ने अपनी सॉफ्टवेयर डेव्लपमेंट केपासिटी का विस्तार करने के लिए विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्रों जैसे अमेरिका, एशिया प्रशांत और अमेरिका में अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों का निर्माण किया,
2000-2009
वर्ष 2000 के दौरान एचसीएल टेक्नोलॉजीज विश्व में अपनी विस्तार के अभियान के तहत 300 मिलियन नकद भंडार के साथ यूरोप और अमेरिका महाद्वीप में कंपनियों का अधिग्रहण करना शुरू करता है, इस वर्ष के दौरान एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक और वित्तीय सेवा कंपनी Goldman Sachs Inc. ने Infosys Technologies (अब Infosys) और HCL Technologies को बाजार में बेहतर प्रदर्शन करने वाली और उद्दोग में सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाले नामों में से चुना।
वर्ष 2001 में कंपनी ने अमेरिका स्थित NCR Corp. के साथ पाँच साल का रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर किया जिसमें कंपनी ग्राहक संबंध प्रबंधन, भुगतान प्रणाली और स्टोर ऑटोमेशन विकसित करेगा, इसी वर्ष HCL ने फ्रेंकफ़र्ट, जर्मनी स्थित Deutsche Bank AG के साथ एक संयुक्त उद्यम ‘Deutsche Software’ की स्थापना करती है, इसमें एचसीएल ने 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की,
29 अक्तूबर 2001 को कंपनी ने आयरलैंड के आईटी-सक्षम सेवा कंपनी Apollo Contact Center का 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की, जिसमें कंपनी सीधे या अपनी किसी सहायक कंपनी के माध्यम से पहले चरण में 11.5 मिलियन डॉलर में 90 प्रतिशत और बाद में बाकी बचे को भी खरीद लेगा।
1 जून 2002 को HCL Technologies Ltd. ने अमेरिका स्थित कंपनी Gulf Computers Inc, USA का अधिग्रहण कर लिया, इसी दौरान कंपनी ने Fortune 500 में शुमार कंपनी Jones Apparel Group, Inc. के एक रणनीतिक टेक्नोलोजी संयुक्त उद्यम के गठन की घोषणा करती है,
16 अगस्त 2002 को कंपनी ने वैश्विक वित्त बाज़ारों में विशेष रूप से निजी बैंकिंग, निवेश बैंकिंग और परिसंपत्ति बैंकिंग के क्षेत्रों में सॉफ्टवेयर सेवा प्रदान करने के लिए एक प्रबंधन परामर्श कंपनी m.a. partners के साथ एक संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया, फिर 19 अगस्त 2002 को कंपनी ने अमेरिका स्थित ग्राहक संपर्क समाधान कंपनी Sento Corporation के साथ एक रणनीतिक गठबंधन करता है,
वर्ष 2003 में एचसीएल Airbus A340 की उड़ान चेतावनी प्रणाली के एम्बेडेड सॉफ्टवेयर विकसित करने का अनुबंधन हासिल करता है,
वर्ष 2004 में एचसीएल ने पेरोट सिस्टम्स कार्पोरेशन को 1996 में स्थापित संयुक्त उद्यम एचसीएल पेरोट सिस्टम्स (HPS) के अपने 49.5% इक्विटि शेयर को 479 करोड़ रुपये में बेच दिया,
23 जनवरी 2004 को एचसीएल टेक्नोलोजीज के शेयरों को दिल्ली स्टॉक एक्स्चेंज (DSE) से हटा दिया गया, फिर 22 दिसंबर 2004 को कंपनी को मद्रास स्टॉक एक्स्चेंज लिमिटेड (MSE) से भी हटा दिया गया,
वर्ष 2005 को एचसीएल टेक्नोलोजीज ने भारत के प्रतिभूति और कोमोडिटी बाजार के नियामक निकाय SEBI के बाजार निगरानी समाधान के लिए एक समझौता किया।
HCLTech क्या काम करता है?
HCL Technologies एक वैश्विक टेक्नोलॉजी कंपनी है, जो अपने ग्राहकों डिजिटल परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, क्लाउड कम्प्यूटिंग और एप्लिकेशन सेवाओं सहित आईटी सेवाओं की एक विस्तृत शृंखला प्रदान करता है, यह कंपनी विभिन्न क्षेत्रों के उद्दमियों और व्यापारों को व्यापार में सुरक्षा, फायदेमंद और उनके काम में तेजी लाने के लिए टेक्नोलॉजी का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करने में मदद करता है,
इस कंपनी के टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ प्रोफेशनल आधुनिक जमाने के नए-नए तकनीकी जैसे एआई, क्लाउड, एनालिटिक्स, ऑटोमेशन इत्यादि पर रिसर्च करते है, और विभिन्न प्रकार का समस्या समाधान आसानी से करने के लिए सेवा और प्रॉडक्ट का डेव्लपमेंट करते है, इसके अलावा एक आईटी सेवा कंपनी होने के कारण यह व्यवसायों को उनके व्यवसाय में विकास या समस्याओं को हल करने के लिए टेक्नोलॉजी के उपयोग के तरीके के लिए अपनी परामर्श सेवा भी प्रदान करता है,
यह कंपनी अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के सेवाएँ प्रदान करता है, उनमें से कुछ निम्नलिखित है-
HCLTech के सेवाएँ-
- 1. AI and Generative AI
- AI and GenAI Engineering
- AI Foundry
- AI & Cloud Native Labs
- AI ForceTM
- 2. Cloud Services
- Cloud Strategy and Consulting
- Application Modernization
- Data and AI on Cloud
- Managed Cloud Services
- Connected Cloud
- 3. Software Services
- Business & Industry Applications
- AI and Intelligent Operations
- Total Experience
- Data and Analytics
- Sovereign Collaboration
- Specialized Software
- Consulting
- 4. Application
- Application Development
- Application management
- Application modernization
- Application testing
- Commercial Applications
- 5. Automation
- Digital integration
- Business process management (BPM)
- Next-gen Robotic Process Automation for intelligent automation
- Low-code, No-code services
- 6. Business Process Operations (BPO)
- 7. Commercial Enterprise Application Services
- 8. Intelligent Operations
- 9. Cybersecurity Services
- Data Security
- Application Security
- Identity and Access management
- Security of things
- Infrastructure and cloud security
- 10. Data and AI Services
- Strategy and Advisory
- Modernize data
- Simplify Insights
- Scale AI
- 11. Digital Engineering
- Cloud engineering
- Digital platforms engineering
- Digital Commerce
- Data engineering and AI
- Digital Manufacturing
- 5G Engineering
- Silicon Platform Solutions
- SemiCloud
- AI Technology Services
- Digital Twin Services
- 12. Digital Design and Manufacturing Services
- Systems engineering
- Product lifecycle management
- Application lifecycle management
- Manufacturing engineering
- Simulation process and data management
- Supplier collaboration
- Service lifecycle management
- Digital thread and digital twin
- 13. Internet of Things (IoT)
- Net Zero Intelligent Operations (NIO)
- Dynamic Ecosystem of Connected Devices (DECoDe)
- Realtime In-premise Insights (RII)
- Real-time Manufacturing Insights (RMI)
- Intelligent Secure Edge (ISE) for Smart Cities
- Worker Safety
- Smart Integrated Operations (SIO)
- Smart Material Tracking (SMT)
- Decentralized Clinical Trails (DCT)
- 14. Digital Workplace Services
- IT Enablement And Services Desk
- Unified Communications And Collaboration (UCC)
- Workplace Assessment
- Workplace Automation
- Mobility Services
- Cloud Office
- 15. Marketing Services
- Ecommerce
- Blockchain
- Experience Design
- Operations and content
- Total Experience
- Metaverse
- 16. Network Services
- Transformational network services
- Network automation and orchestration services
- Network Operational services
- Proof of concept as a service
- service assurance
- 17. Operational Technology
- Manufacturing Operations Management (MOM)
- Industrial IoT with MindSphere
- Digital Twin
- Manufacturing IoT
- Plant Cybersecurity
- Intelligent Plant Design and Engineering
- 18. Product Engineering
- Systems and hardware engineering
- VLSI Design
- Mechanical product engineering
- Embedded product engineering
- Software product engineering
- Verification and validation
- product engineering lifecycle management (PLM)
- 19. Supply Chain Management
- Demand and supply planning services
- Engineering Support and Asset Monitoring services
- Order management and fulfillment services
- Source-to-pay (S2P) services
- Supply chain risk and analytics services
- After market services
- ESG in supply chain management
- 20. Unified Service Management (USM)
- IT service management
- Service management process consultancy and advisory
- IT operations management
- IT asset management
HCLTech किन क्षेत्रों में अपना सर्विसेज देता है?
HCLTech निम्न प्रकार के क्षेत्रों में अपनी टेक्नॉलोजी सेवाएँ देता है-
- Automotive
- Aerospace and defense
- Consumer Goods
- Captive Business Services
- Oil and Gas
- Technology
- Life Sciences and Healthcare
- Energy and Utilities
- Manufacturing
- Mining and Natural Resources
- Public Sector
- Travel, Transport, Logistics & Hospitality
- Telecom Media and Entertainment Services
- Retail
- Financial Services-
- Banking
- Insurance
- Capital Markets
- Financial Technology
- Financial Crime Compliance and Risk
HCLSoftware क्या है?
HCLsoftware, HCLTech की एक डिवीजन है, जिसे 2019 में एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने IBM के एक सॉफ्टवेयर टूल का अधिग्रहण करने के बाद अपनी इस विभाग को स्थापित किया था, यह डिवीजन एंटरप्राइज़ सॉफ्टवेयर प्रॉडक्टों को डेव्लप और वितरित करता है, यह डिवीजन संगठनों को विशिष्ट व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने वाले स्केलेबल और अनुकूलन योग्य सॉफ्टवेयर समाधान प्रॉडक्ट बनाता है, इनके कुछ उल्लेखनीय प्रॉडक्टों में एप्लिकेशन सुरक्षा के लिए HCL AppScan, ई-कॉमर्स समाधानों के लिए HCL Commerce, एंटरप्राइज़ सहयोग के लिए HCL Domino, डाटा एनालिटिक्स के लिए HCL Zen, एआई और इंटेलिजेंट ऑपरेशन के लिए HCL BigFix, विशेष सॉफ्टवेयर के लिए HCL CAMWorks जैसे समस्या समाधान सॉफ्टवेयरों की एक विस्तृत शृंखला है, इनके सॉफ्टवेयर व्यवसाय संचालन को अनुकूलित, ग्राहक अनुभव को बेहतर और नवाचार को बढ़ावा देते है,और उद्योगों में डिजिटल परिवर्तन, प्रक्रिया स्वचालन और व्यावसायिक चपलता में सहायता प्रदान करता है,
HCLTech का अधिग्रहण रिकॉर्ड-
HCL Technologies द्वारा अन्य कंपनियों की अधिग्रहण रिकॉर्ड इस प्रकार है, नीचे अधिग्रहण तारीख, कंपनी का नाम, उससे संबन्धित देश और अधिग्रहण की लगभग राशि दी गयी है-
तारीख | कंपनी | देश | राशि |
9 Aug 2024 | Zeenea | फ़्रांस | 220 Cr |
23 May 2024 | HPE Communications Technology Group | यूएसए | 1,874 Cr |
13 July 2023 | ASAP Group | जर्मनी | 2,321 Cr |
9 May 2022 | Quest Informatics | भारत | 15 Cr |
9 May 2022 | Confinale AG | स्विट्ज़रलैंड | – |
14 Jan 2022 | Starschema | हंगरी | 375 Cr |
21 Sep 2020 | DWS Ltd | ऑस्ट्रेलिया | 964 Cr |
9 Sep 2019 | Sankalp Semiconductor | भारत | 180 Cr |
13 Mar 2019 | Strong-Bridge Envision | यूएसए | 373 Cr |
27 Jun 2018 | H&D International Group | जर्मनी | 240 Cr |
12 Apr 2018 | Actian Corporation | यूएसए | 2,745 Cr |
5 Sep 2017 | ETL Factory Ltd. (Datawave) | यूके | 58.5 Cr |
25 Apr 2017 | Urban Fulfilment Services, LLC | यूएसए | 249 Cr |
17 Jan 2017 | Butler America Aerospace | यूएसए | 705.5 Cr |
1 April 2016 | Part of Volvo IT | स्वीडन | 895 Cr |
2 April 2016 | Geometric Limited | भारत | 1,283 Cr |
29 Oct 2015 | PowerObjects | यूएसए | 381.8 Cr |
19 Oct 2015 | Concept to Silicon Systems (C2SiS) | भारत | – |
16 Jul 2009 | UCS Group’s Enterprise Solutions SAP Practice | साउथ अफ्रीका | 63.91 Cr |
15 Dec 2008 | Axon Group PLC | यूके | 3,100 Cr |
25 Aug 2008 | Control Point Solutions, Inc | यूएसए | – |
16 Jul 2008 | Liberata Financial Services | यूके | 16.6 Cr |
20 Feb 2008 | Capital Stream Inc. | यूएसए | 268 Cr |
17 Feb 2005 | Aquila Technologies | भारत | – |
24 Feb 2005 | AnswerCall Direct Contact | आयरलैंड | 29 Cr |
13 Oct 2004 | Shipara Technologies | भारत | – |
20 Sep 2004 | DSL Software | भारत | – |
3 Jun 2002 | Gulf Computers Inc. | यूएसए | 66 Cr |
29 Oct 2001 | Apollo Contact Centre | यूके | 76 Cr |
HCLTech के वैश्विक उपस्थिती-
HCLTech की उपस्थिती लगभग 60 से अधिक देशों में है, यह कंपनी भारत के अलावा विश्व के कई देशों में स्थित अपनी सहायक कंपनियों की मदद से विश्व के कोने-कोने में अपनी पहुँच बनाई है, वर्तमान में यह कंपनी अपना परिचालन निम्नलिखित देशों से कर रहा है-
एशिया प्रशांत- भारत, जापान, चाइना, मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, सिंगापुर, कतर, यूएई, श्रीलंका
ऑस्ट्रेलिया – ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड,
यूरोप– यूनाइटेड किंगडम, स्विट्ज़रलैंड, पोलैंड, इटली, स्वीडन, पोर्तुगल, फ़्रांस, फ़िनलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क, बेल्जियम, चेक रिपब्लिक, लिथुआनिया, बुल्गारिया, जर्मनी, रोमानिया, एस्टोनिया, इस्राइल
अमेरिका– यूएसए, कनाडा, मेक्सिको, ब्राज़ील, पुर्तों रिको, गुएतमाला, कोस्टा रिका,
अफ्रीका- साउथ अफ्रीका, मोराक्को